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मौसमी बेरोजगारी (Seasonal Unemployment)
मौसमी बेरोजगारी तब होती है जब किसी व्यक्ति की नौकरी या काम वर्ष के कुछ खास मौसम या समय में ही उपलब्ध होता है। जैसे खेती, पर्यटन, त्योहारों या त्योहारों के मौसम में रोजगार बढ़ता है लेकिन बाकी समय कम होता है।
मुख्य कारण:
- फसलों की कटाई और बुवाई के मौसम पर निर्भर रोजगार।
- पर्यटन क्षेत्र में मौसम के अनुसार नौकरी।
- त्योहारों या त्योहारी सीजन में अस्थायी रोजगार।
- प्राकृतिक कारक जैसे बारिश, गर्मी या सर्दी।
उदाहरण:
रामू एक किसान है जो केवल फसल कटाई के समय ही काम करता है। बाकि साल वह बेरोजगार रहता है क्योंकि खेतों में काम नहीं होता। यह मौसमी बेरोजगारी का典क उदाहरण है।
इसका असर:
- कमाई का अस्थिर स्रोत।
- आर्थिक असुरक्षा।
- समाज में अस्थायी बेरोजगारी बढ़ना।
क्या आप मौसमी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं?
यदि आपका रोजगार मौसम पर निर्भर है, तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरें: